अर्थव्यवस्था में आई तेजी और सरकार द्वारा कई तरह की योजनाएं शुरू करने के बाद महिलाओं के लिए उद्यम के क्षेत्र में कदम रखना काफी आसान हो गया है। अभी महिलाओं के लिए उद्यम शुरू करने का सबसे सुनहरा समय है। जिनके पास बिजनेस करने का अच्छा आइडिया है उनकी मदद के लिए कई लोग सामने आ रहे हैं। इस समय दुनियाभर में पुरुष उद्यमियों की तुलना में महिला उद्यमियों की संख्या दोगुनी तेजी से बढ़ रही है। आइए जानते हैं कि महिलाओं को उद्यम के क्षेत्र में आगे क्यों बढ़ना चाहिए।
अपनी मर्जी और समय के अनुसार काम करने की आजादी
महिलाएं पूरे परिवार की धुरी होती हैं। उनपर कई तरह की जिम्मेदारियां होती हैं। अगर आप सारी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते हुए एक सफल करियर बनाने की चाहत रखती हैं तो उद्यम से अच्छा कोई विकल्प नहीं है। एक उद्यमी के तौर पर आप अपना बिजनेस अपने समय के अनुसार चला सकती हैं। उद्यम आपको वर्क-लाइफ बैलेंस बनाए रखने में मदद करता है। नौकरीपेशा होने पर महिलाओं के लिए वर्क-लाइफ बैलेंस बनाना काफी मुश्किल होता है। अगर आपका अपना बिजनेस होगा तो आप अपने शर्तों पर काम कर सकेंगी और इसके द्वारा अपने परिवार को भी आर्थिक रूप से सहयोग कर सकेंगी।
सुलभ है सरकारी सहायता
पिछले कुछ सालों में महिला उद्यमियों की संख्या में बढ़ोतरी को देखते हुए सरकार ने महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन देने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की है। महिला उद्यमियों की तरफ सरकार खास ध्यान दे रही है। बैंकों द्वारा योजनाओं के तहत महिलाओं को अपना बिजनेस शुरू करने या बढ़ाने के लिए आसानी से लोन मिल रहा है। सरकार ने महिला उद्यमियों के लिए महिला उद्यम निधि, महिला विकास निधि, भारतीय महिला बैंक बिजनेस लोन, मुद्रा योजना स्कीम, स्त्री शक्ति पैकेज समेत कई योजनाओं की शुरुआत की है। इतनी वित्तीय सहायता के दम पर महिलाओं आसानी से उद्यम शुरू कर सकती हैं।
अपने लिए कुछ करने का मौका
कम अनुभव और शैक्षणिक योग्यता की कमी कभी उद्यमशीलता के लिए बाधा नहीं बनती। इसके लिए सिर्फ एक बढ़िया आइडिया और मेहनत की जरूरत होती है। उद्यम के द्वारा महिलाओं को समाज और परिवार के साथ-साथ अपने लिए भी कुछ करने का मौका मिल जाता है। एक उद्यमी या बिजनेस वुमेन के रूप में आपकी सामाजिक प्रतिष्ठा बढ़ती है। आपको किसी के इशारों पर नाचने की जरूरत नहीं होती और आप अपने मर्जी के मालिक होते हैं।
असीमित कमाई के मौके
भारत में महिलाओं की सामाजिक स्थिति के मददेनजर उनकी आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने की जरूरत है। ऐसे में उद्यम से अच्छा और कोई विकल्प नहीं हो सकता। नौकरी में महिलाओं की सीमित कमाई होती है। वहीं, अपना बिजनेस करने पर कमाई के असीमित मौके होते हैं। कुछ हजार रुपयों से अपना बिजनेस शुरू कर उसे लाखों तक पहुंचा सकते हैं। महिलाओं में काफी धैर्य होता है इसलिए उनके लिए उद्यम का क्षेत्र सबसे ज्यादा सटीक है। कमाई के मौके बढ़ने से महिलाओं के मान-सम्मान में भी वृद्धि होती है।
उद्यमी बनने की कोई उम्र सीमा
महिलाओं के लिए उद्यम शुरू करना सबसे सही इसलिए है क्योंकि इसमें उम्र की कोई सीमा नहीं होती। घर की जिम्मेदारियों का निर्वहन करने के बाद 50 की उम्र में भी महिलाएं अपना उद्यम शुरू कर सकती हैं। अगर आप हैंडीक्राफ्ट या टेलरिंग में रुचि रखती हैं तो आप 50 साल की उम्र में भी अपना उद्यम शुरू कर सकती हैं।
परिवार को भी कर सकेंगे शामिल
अगर आप एक महिला उद्यमी हैं तो अपने बच्चों व परिवार की अन्य महिलाओं को भी अपने साथ अपने बिजनेस में जोेड़ सकती हैं। इससे न सिर्फ आपका बिजनेस बढ़ेगा बल्कि परिवार की आय में भी बढ़ोतरी होगी। आपके बच्चों के पास करियर में सेटल होने से पहले ही बिजनेस करने का अनुभव होगा। साथ ही परिवार में आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी।
Mera naam Bhawani Hai Mein mahilaono hend ka kaam sikhane ka kaam Shuru karna chahte ho
हिंदली को संपर्क करने का धन्यवाद् , बहुत ही अच्छा कदम उठाने जा रहीं हैं आप इसमें आपको सरकार से भी मदद मिलेगी और हमारे देश की महिलाओ की उन्नति में योगदान मिलेगा आप यह काम पुनः प्रारम्भ करें, हिंदिली टीम की ओर से आपको शुभकामनाएं
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